Traffic

यातायात

  • स्टेशन पर छपी कार्ड टिकट का स्टॉक समाप्त हो जाने पर उपयोग में लाया जाने वाला टिकट कोरी पर्ची टिकट(Blank Paper Tickets)  कहलाता है।
  • कोरी पर्ची टिकट(Blank Paper Tickets) तीन प्रति में तैयार की जाती है जिसकी पहली प्रति लेखा कार्यालय केे लिए, दूसरी प्रति यात्री के लिए और तीसरी प्रति स्टेशन रिकॉर्ड के लिए होती हैैं।
  • दैनिक गाड़ी रोकड़-व-सारांश पुस्तक(Daily Train Cash-Cum-Summary Book), कोचिंग से होने वाली प्रतिदिन संपूर्ण आय का अभिलेख है।

  • चल लेखा निरीक्षक(TIA) द्वारा स्टेशन पर पहुंचने पर तत्काल रोकड़ का सत्यापन तथा उसकी अभिरक्षा की व्यवस्था की जानी चाहिए।
  • वह मदें जो  सुपुर्दगी पुस्तक(Delivery Book) में है पर मशीन निर्मित सार(Machine Prepared Abstract (MPA)) में शामिल (posting) नहीं है तो उन मदों की प्रविष्टि MPA में की जाती है जिसे स्याही प्रविष्टि या इन्कड एंट्री (Inked Enteries) कहते हैं एवं इसके विपरीत अर्थात वह मदें  जो MPA में शामिल है पर डिलीवरी बुक में शामिल किया जाना शेष है, ऐसे मदों को डिलीवरी बुक में शामिल करने के लिए जो प्रविष्टि की जाती है उसे फोर्सड एंट्री(Forced Entry) कहा जाता है।
  • सुपुर्दगी के लिए उपलब्ध प्रेषण, समय छूट के अंदर रेल सीमा से नहीं हटाए जाने पर जो प्रभार लिया जाता है उसे स्थान शुल्क(Wharfage Charges) कहते हैं।
  • निर्धारित समय छूट के पश्चात रोलिंग स्टॉक को पार्टी द्वारा माल के चढ़ाव या उतरन करने के लिए रोकने पर अतिरिक्त समय के लिए लिया जाना वाला प्रभार को विलंब शुल्क(Demurrage Charges) कहते हैं।
  • जब किसी माह के लेखा बंद होने के पहले तक किसी स्टेशन से तुलन-पत्र प्राप्त प्राप्त नहीं होता है तो लेखा कार्यालय में उपलब्ध विवरणों एवं अन्य दस्तावेजों के आधार पर जो तुलन पत्र तैयार किया जाता है उसे ही अनुमानित(स्थूल) तुलन पत्र(Approximate Balance Sheet) कहते है।
  • यातायात बही भाग 'क' की खैतानी(Posting) के दौरान जो त्रुटियां पाई जाती है उनको कांट-छांट कर संशोधन करने के स्थान पर, संशोधन के लिए यातायात वही में जो तुलन पत्र तैयार किया जाता है उसे ही समाशोधन या समायोजन तुलन पत्र(Adjustment Balance Sheet) कहते हैं।
  • स्टेशन मास्टर द्वारा टिकटों के विक्रय की मासिक विधर्मी (विवरणी) तैयार की जाती है जिसे यात्री वर्गीकरण(Passenger Classification) कहते हैं। दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि यात्री वर्गीकरण स्टेशन मास्टर का टिकटों का विक्रय खाता है जिसमें वह प्रत्येक प्रकार की टिकटें जो की स्टेेशन पर एक माह में बेचता है उनका लेखा करता है।
  • यात्री वर्गीकरण स्थानीय और इतर यातायात के लिए अलग-अलग तैयार किया जाता है।
  • यात्री वर्गीकरण, दैनिक गाड़ी रोकड़ पुस्तक(DTC) के आधार पर तैयार (Posting) किया जाता है।
  • वैसे लाइन जो कारखाना मिल या अन्य औद्योगिक संस्थाओं की सेवा करने और उनके लाभ के उद्देश्य से बिछाई जाती है ऐसे लाइनों को साइडिंग(Sidings) कहते हैं।
  • साइडिंग निम्न प्रकार के होते है:-
    • सहायता प्राप्त साइडिंग या इमदादी साइडिंग (Assisted Sidings) :- वैसे साइडिंग जिसके निर्माण के लागत का खर्च का कुछ हिस्सा रेलवे द्वारा वहन किया जाता है।
    • निजी साइडिंग(Private Sidings) :- वैसे साइडिंग जिसके निर्माण की लागत का खर्च का पूरा हिस्सा प्रार्थी(आवेदक) द्वारा वहन किया जाता है।

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Commercial

 Question Bank Commercial Department

  • ECR Commercial Department Question Bank Series 1 (Multiple choice questions pertaining to Parcel Traffic), Series 2(Dy. CCMClaims model question), series 3(Question Bank Dy. CCM PS), Series 4(Question Bank-ACM Ctg), Series 5(Model Question of Coaching Refund), Series 6(Objective type Model Question relating to Catering & Tourism), series 7(GOODS TRAFFIC), series 8(EARNING CONTRACT), series 9(Question Bank-Secy to PCCM' )

Video lectures

Budget (English)


Tender & Estimate (English)


Books and Budget


GST (English)


Store Accounts- Introduction


Store Accounts - Delegation of Power


Workshop


Estimate


Expenditure - Tender


Discussion on Committee


Traffic Accounts - Definitions


Station Balance Sheet


Traffic Book


Concerence/Vetting Discussion


Books & Budget


Books


Audit


Audit


Internal Check





NPS MACP Railway Transfer Rules & Policy
Pay and Allowance Settlement and Family Pension Retirement Benifit
DAR And Conduct Rules Promotion and Seniority Seniority Rules And Fixation
HOER Staff Welfare

Restructuring of Railway Board

Appendix 2a

Previous Question (From 2020)

Traffic Accounts

यातायात लेखा

  • यातायात आय को तीन भागों में बांटा जा सकता है:-
    • कोचिंग आय - यात्री गाड़ियों से प्राप्त होने वाली आय (सार X)
    • माल आय - माल गाड़ियों से प्राप्त होने वाली आय (सार Y)
    • विविध - उपरोक्त दोनों अतिरिक्त प्राप्त होने वाली आय (सार Z)
  • किसी रेलवे के संपूर्ण यातायात आमदनी जो चाहे वह स्टेशन पर उपार्जित हुई हो या अन्य स्थान पर को उचित लेखा शीर्ष अर्थात कोचिंग(X), माल(Y) और विविध(Z) में एकत्रित करने के लिए यातायात लेखा कार्यालय में एक बही संपादित की जाती है जिसे यातायात बही(Traffic Book) कहते हैं।
  • यातायात बही कोचिंग और माल के लिए अलग-अलग तैयार किया जाता है।
  • यातायात बही को चार भागों में बांटा जाता है।
    1. भाग 'क' - स्टेशन लेखा
    2. भाग 'ख' - समायोजन अथवा विभाजन पत्र (Adjustment or Division Sheets)
    3. भाग 'ग' - अपनी रेलवे का खाता लेखा(Ledger a/c of Home Rly)
    4. भाग 'घ' - आमदनी का सार और शेष विवरणी(Abstract of Earnings & statement of balance sheet )
  • वह सारी आय जो कि स्टेशनों पर उपचित हुई है और जिसकी वसूली के लिए क्षेत्रीय रेलवे(Home Railway) जिम्मेदार होती है उसका संकलन यातायात बही के भाग 'क' में किया जाता है।
  • रेलवे स्टेशन तुलनपत्र में चालू मास की स्थानीय और सीधे दोनों प्रकार की आमदनी को नामे पार्श्व(Debit Side) और आय की वसूली को जमा पार्श्व(Credit Side) दर्ज किया जाता है।
  • स्टेशन तुलनपत्र का शेष यह बताता है की अभी इतनी आय की प्राप्ति/वसूली नहीं हुई है जिसे 'इति शेष(Closing Balance)' से के रूप में दर्ज किया जाता है जो कि अगले माह का अथ शेष (Opening Balance) है।
  • स्टेशन आंकड़ों की प्रविष्टियों में हुई अशुद्धियों का शुद्धीकरण मूल प्रविष्टियों को बदलने के बजाय अलग से एक पूरक यातायात बही 'क' द्वारा जिसे समायोजन तुलनपत्र कहते हैं बनाकर किया जाता है।
  • यातायात बही का वह भाग जिसमें अपनी रेलवे, अन्य रेलों तथा डिपाजिट प्राइवेट कंपनियों (आउट/सिटी बुकिंग एजेंसी सहित) के बीच अदले-बदले संपूर्ण सीधे(इतर) यातायात के प्रभाजन(विभाजन) के परिणामों का लेखा किया जाता है वह भाग 'ख' कहलात है।
  • भाग 'क' और भाग 'ख' पूरा हो जाने के बाद यातायात बही रकमों को भाग 'ग' में अंतरित(Transfer) किया जाता है।
  • अपनी रेल के यातायात अर्जनों(आमदनी) का लेखा यातायात बही के भाग 'ग' में किया जाता है।
  • यातायात बही का वह भाग जो  लेजर खाता(खाता बही) का कार्य करता है वह भाग 'ग'  है।
  • भाग 'ग' में तीन प्रकार के लेखा शीर्ष प्रचालित किये जाते हैं:-
    1. यातायात लेखा
    2. इतर रेलवे लेखा(Foreign Railway Accounts)
    3. डिपाजिट प्राइवेट कंपनी लेखा
  • प्रत्येक माह की आय का लेखा उसके संबंधित महीने में लाने के लिए और उसकी वसूली की प्रगति को ध्यान में रखने के लिए परिचालित उचंत लेखा शीर्ष,  यातायात लेखा / यातायात उचंत कहलाता है।
  • यातायात उचंत का शेष ऐसे आय को प्रदर्शित करता है जो उपार्जित हो चुकी है किंतु महीने के अंत तक उनकी वसूली या समायोजन नहीं हुआ है।
  • समस्त यातायात आय के लेन-देनों के बंटवारे का ब्यौरा रखने हेतु जो कि अन्य रेलवे के साथ होता है और जिन का हिसाब-किताब सरकारी खजानो के साथ होता है के लिए इतर/अन्य रेलवे लेखा शीर्ष परिचालित किया जाता है।
  • चालू लेखा(Account Current) और अंतरण प्रमाण-पत्र को तैयार करने में सहायता करने वाला लेखा शीर्ष इतर रेलवे लेखा शीर्ष है।
  • इतर रेलवे लेखा शीर्ष का शेष हमें बताता है कि इतनी यातायात लेन-देन जो कि अन्य रेलवे के साथ हुई है उनका समंजन किया जाना अभी बाकी है।
  • यातायात की आय के उन लेन-देनों के प्रभाजन का लेखा जिसमें किया जाता है जो की विभिन्न कंपनियों के साथ किए गए हैं और उनका लेन-देन सरकारी खजानों के साथ नहीं होता परंतु जिनके साथ यातायात की स्वीकृति सक्षम अधिकारी ने दे दी होती है वह जमा प्राइवेट कंपनी का लेखा कहलाता है।
  • जमा प्राइवेट कंपनी का लेखा, अपनी ही रेल की पुस्तकों में जमा प्राइवेट कंपनियों का खाता लेखा होता है।
  • यातायात बही का वह भाग जिसमें एक मासिक जनरल प्रविष्टि (यातायात अर्जनों से) बनाई जाती है जो यातायात की विभिन्न प्रकार की आय को सामान्य पुस्तक में सम्मिलित करने के काम आती है वह भाग 'घ' कहलाती है।


  • यातायात उचंत के चार भागों में वर्गीकृत किया जाता है जो कि निम्न है:-
    1. स्टेशन बकाया
    2. लेखा कार्यालय तुलन पत्र बकाया
    3. मार्गस्थ रोकड़
    4. विविध
  • स्टेशन पर ऐसी आमदनी जो उपार्जित तो हो चुकी है किंतु महीने के अंत तक उसकी वसूली यह समायोजन नहीं की जा सकी है उसे स्टेशन बकाया कहते हैं।
  • नगदी वाउचर पर वसूली करने तथा यातायात लेखा कार्यालय को सीधे प्राप्त आय को लिखा करने के उद्देश्य से लेखा कार्यालय तुलन पत्र तैयार किया जाता है। इस तुलनपत्र के नामे पक्ष में अंतिम शेष को ही लेखा कार्यालय तुलनपत्र बकाया कहलाता है।
  • वह रोकड़ जिसकी लेखा स्टेशन तुलनपत्र में जिस माह की गयी होती है लेकिन लेखा रोकड़ बही में अगले माह की गई है मार्गस्थ रोकड़ कहलाती है।
  • विविध के अंतर्गत बकाए प्रायर वचनों की प्राप्ति की अपेक्षा अधिक से आते हैं जो समान तक कम रकम के होते हैं। इसके लिए स्थिति के अनुसार समुचित कार्यवाही की जाती है।

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Audit & Inspection

लेखा परीक्षा और निरीक्षण

  • कार्यकारी कार्यालयों एवं स्टेशनों के रिकॉर्ड की लेखा परीक्षा के दौरान पाई गई छोटी-मोटी या कम महत्वपूर्ण अनियमितताओं के लिए तैयार किया जाने वाला रिपोर्ट निरीक्षण रिपोर्ट पार्ट II(Inspection Report Part-II) कहलाता है।
  • कार्यकारी कार्यालयों एवं स्टेशनों के रिकॉर्ड की लेखा परीक्षा के दौरान पाई गई गंभीर अनियमितताओं एवं आवृत्ति स्वरूप के किसी भुगतान की आपत्ति के लिए तैयार किया जाने वाला रिपोर्ट निरीक्षण रिपोर्ट पार्ट I(Inspection Report Part-I) कहलाता है।
  • लेखा विभाग में रखे गए लेखों का मासिक लेखा परीक्षा के दौरान पाई गई बहुत ही सामान्य  अनियमितताओं के लिए तैयार की गई रिपोर्ट रफ ऑडिट नोट कहलाता है।
  • रफ ऑडिट नोट का निपटारा 15 दिनों के भीतर नहीं होने पर यह टेस्ट ऑडिट नोट पार्ट II में परिवर्तित हो जाता है।
  • लेखा विभाग में रखे गए लेखों का मासिक लेखा परीक्षा के दौरान पाई गई सामान्य अनियमितताओं के लिए तैयार की जाने वाली रिपोर्ट टेस्ट ऑडिट नोट पार्ट II कहलाती है।
  • लेखा विभाग में रखे गए लेखों का मासिक लेखा परीक्षा के दौरान पाई गई महत्वपूर्ण अनियमितताओं के लिए तैयार की जाने वाली रिपोर्ट टेस्ट ऑडिट नोट पार्ट I कहलाती है।
  • निरीक्षण रिपोर्ट पार्ट II और ऑडिट नोट पार्ट II को लेखा(Accounts) अपने स्तर पर बंद कर सकता है।
  • निरीक्षण रिपोर्ट पार्ट I और ऑडिट नोट पार्ट I का जबाव लेखा कार्यालय के माध्यम से ऑडिट को भेजा जाता है।
  • वह पत्र जो रेल के लेखें अथवा विभागीय कार्यालय एवं स्टेशन रिकॉर्ड आदि की लेखा परीक्षा के दौरान प्रकाश में आई गंभीर अनियमितता या मुद्दों के लिए जारी किया जाता है विशेष पत्र(Special Letter) कहलाता है।
  • लेखा परीक्षा के दौरान मुख्य लेखा परीक्षक की निगाह में यदि कोई ऐसी अनियमितता आती है जिसकी कार्यवाही वह विभागा अध्यक्ष के स्तर पर कराना चाहता है इसके लिए जो विवरण तैयार किया जाता है उसे प्राथमिक तथ्यात्मक विवरण(Preliminary Statement of Facts) कहते हैं।
  • प्राथमिक तथ्यात्मक विवरण का उत्तर मुख्य लेखा परीक्षक को छः सप्ताह के भीतर दिया जाना चाहिए।
  • रेलवे की लेखा परीक्षा के दौरान पायी गयी गंभीर त्रुटियों जिनका ऑडिट नोट, निरीक्षण रिपोर्ट अथवा प्रारंभिक तथ्यात्मक विवरण द्वारा अंतिम निपटारा नहीं होता है उन्हें रेलवे आडिट (लेखा परीक्षा) रिपोर्ट में लाने के लिए जो पैरा तैयार किया जाता है उसे ड्राफ्ट पैरा(Draft Para) कहते हैं।
  • ड्राफ्ट पैरा 6 प्रतियों में तैयार किया जाता है।
  • ड्राफ्ट पैरा का जवाब 8 सप्ताह के भीतर दिया जाना आवश्यक है।


Books and Budget(misc.)

खाता एवं बजट(विविध)

  • संसद द्वारा स्वीकृत अनुदान और राष्ट्रपति द्वारा मंजूर किया गया विनियोग से वास्तविक खर्च की तुलना करते हुए लोक लेखा समिति को प्रस्तुत करने के लिए जो विवरण तैयार किए जाते हैं उसे विनियोजन या विनियोग लेखे(Appropriation Accounts) कहते हैं।
  • बजट राष्ट्रपति द्वारा स्वीकृत एवं संसद द्वारा पास होने के बाद विनियोग बिल बन जाता है।
  • विनियोग लेखा में राजस्व के मामले में अनुदान या विनियोजन का 5% या 50 लाख रुपए(जो भी कम हो) तक की कमी-बेशी होने पर स्पष्टीकरण देने की आवश्यकता नहीं है।
  • विनियोग लेखा में पूंजी के मामले में अनुदान(अनुदान संख्या 16) का 10% या  1 करोड़ रुपए(जो भी कम हो) तक की कमी-बेशी होने पर स्पष्टीकरण देने की आवश्यकता नहीं है।
  • किसी एक विशेष उद्देश्य के लिए मूलतः स्वीकृत की गई निधि में से किसी अन्य उद्देश्य पर स्वीकृत निधि को राशि अंतरित करने को पुनर्विनियोजन अथवा पुनर्विनियोग(Re-Appropriations) कहते हैं।
  • रेलवे में एक ही अनुदान के एक उपशीर्ष से दूसरे उपशीर्ष  में निधि अंतरण का अधिकार रेलवे बोर्ड को है।
  • बजट का वह भाग जो मतदेय(Voted) है और जिसे मतदान के बाद संसद में पास किया है वह अनुदान कहलाता है।
  • बजट का प्रभृत(Charged) भाग राष्ट्रपति के मंजूरी के बाद विनियोग कहलाता है।
  • अनुदान और विनियोग सम्मिलित रूप से विनियोग बिल किस रूप में पास किए जाते हैं या कहलाते हैं।
  • एक अनुदान से दूसरे अनुदान मैं अंतरण/पुनर्विनियोग की अनुमति रेलवे बोर्ड को नहीं है।
  • प्रभृत शीर्ष से स्वीकृत शीर्ष में या इसके विपरीत शीर्ष में भी पुनर्विनियोग नहीं किया जा सकता है।
  • वह लेखा जो उपक्रम/रेलवे की सभी वास्तविक संपत्तियों के बारे में बताता है चाहे वह ऋण पूंजी से प्राप्त किया गया हो या रेल द्वारा संचित अपनी नीधियों से उसे ब्लॉक लेखा(Block Account) कहते हैं।
  • वह लेखा जो ऋण (हिस्सा) पूंजी और उससे प्राप्त वास्तविक संपत्तियों का घोतक होता है वह ऋण लेखा कहलाता है।
  • ब्लॉक लेखा वाणिज्यिक और सामरिक लाइनों के लिए अलग-अलग बनाया जाता है।
  • ब्लॉक लेखा की शुरुआत 1 अप्रैल 1950 से रेलवे अभिसमय कमेटी(1949) की सिफारिशों पर हुआ।
  • विनियोग लेखों और उन पर लेखा परीक्षा रिपोर्ट का परीक्षण लोक लेखा समिति(Public Accounts Committee) द्वारा किया जाता है।
  • यदि ठेकेदार द्वारा प्रतिभूति निक्षेप(SD) सरकारी प्रतिभूतियों, प्रामिसरी नोटों आदि में जमा किया जाता है तो उसका मूल्यांकन उसे जमा करने के दिन उसके बाजार मूल्य से 5% कम पर किया जाता है।
  • भारतीय रेल समिति(एकवर्थ समिति के नाम से प्रसिद्ध) 1920-21 की सिफारिश पर 1924 में रेल बजट को सामान्य बजट से अलग किया गया।
  • भारतीय रेल समिति(एकवर्थ समिति के नाम से प्रसिद्ध) 1920-21 की सिफारिश पर वित्त आयुक्त रेलवे के पद का सृजन 1 अप्रैल 1923 को किया गया।
  • वित्तीय वर्ष के प्रारंभ से किसी महीने के अंत तक की प्राप्तियों और खर्च के विवरण को उस महीने का अनुमानित चालू लेखा कहते हैं।
  • रेल की पुस्तकों में वर्ष के अंत में ऋण, जमा, अग्रिम, ऋण और धन प्रेषण शीर्षों के अंतर्गत बकायों की समीक्षा के लिए जो रिपोर्ट तैयार की जाती है उसे ऋण शीर्ष प्रतिवेदन(Debit Head Report) कहते हैं।


Remittance Transaction

धन-प्रेषण लेन-देन

  • रेल मंत्रालय और केंद्रीय सरकार के अन्य मंत्रालयों/ विभागों और राज्य सरकारों के बीच होने वाले लेन-देन चैक या सरकारी ड्राफ्ट जारी करके निपटाए जाते हैं जिन्हें वेतन और लेखा लेनदेन(Pay and Accounts transaction) कहा जाता है।
  • एक ही रेलवे कि अपनी दो विभिन्न लेखा इकाइयों के बीच या दो रेलों के बीच सभी लेन-देनों का निपटारा खाता समायोजन द्वारा किया जाता है जिसे अंतरण लेन-देन(Transfer Transaction) कहते हैं।
  • अन्तरण लेन-देन को दो भागों में विभाजित किया गया
    • अन्तः रेलवे लेन-देन:-एक ही रेलवे के बीच लेन-देन का समायोजन। इसके लिए दो लेखा शीर्ष प्रचालित किए जाते हैं:-
      1. पूंजी अन्तरण और राजस्व अन्तरण
      2. मंडलीय अन्तरण(Transfer Divisional)
    • अन्तरण रेलवे लेन-देन(Transfer other Railways):-दो रेलवे खातों के बीच का समायोजन।
  • यदि पूंजीगत मदों का लेखा राजस्व पुस्तकों में कर लिया जाता है या इसके विपरीत राजस्व मदों का लेखा पूंजीगत खातों में कर लिया जाता है तो उन्हें पूंजीगत लेखे में अंतरित किया जाए या इसके विपरीत जिसके लिए दो प्रेषण शीर्ष संचालित किए जाते हैं:-
    • अन्तरण रेलवे राजस्व:- राजस्व लेखे से पूंजीगत लेखा पुस्तकों में अन्तरण
    • अन्तरण रेलवे पूंजीगत:-पूंजीगत लेखें से राजस्व लेखा पुस्तकों में अन्तरण
  • वह लेन-देन जो कि एक लेखा इकाई के लेखों से उत्पन्न होते हैं और जिनका समायोजन उसी रेल के किसी दूसरे लेखे में करना होता है, के लिए प्रचालित शीर्ष मंडल अन्तरण शीर्ष कहलाता है।
  • मंडल अंतरण के लिए प्रत्येक लेखे इकाई/मंडल को अलग-अलग शीर्ष दिए जाते हैं। उदाहरण:-
    (क) अन्तरण, मंडल 'य' ...... मंडल 'य' के लिए।
  • अंतः रेलवे और अन्तर रेलवे लेन देन अन्तरण के लिए प्रमाण पत्र जारी किया जाता है जिसे अन्तरण प्रमाण पत्र(Transfer Certificate) कहते है।
  • वह लेन-देन जो रिजर्व बैंक के केंद्रीय लेखा अनुभाग के माध्यम से निपटाए जाते हैं उसे धन प्रेषण लेन-देन(Money Remittance)  कहते हैं।
  • धन प्रेषन लेन-देन के लिए बनाए जाने वाले उचंत शीर्ष निम्न है:-
    • L-उचंत और विविध(L-Suspense & Miscellaneous)
      1. रिजर्व बैंक उचंत(Reserve Bank Suspense)
      2. बैंकों में धन प्रेषण(Remittance into Bank)
      3. चैक एवं बिल (Cheque and Bills)
      4. पब्लिक सेक्टर बैंक उचंत(Public Sector Bank Suspense)
    • अन्य लेखें रिजर्व बैंक में निक्षेप(Reserve Bank Deposits)
    • अंतर सरकार समायोजन लेखें
  • रेलवे लेखा अधिकारी द्वारा चैक जारी किए जाने पर उनकी रकम को चैक मांग पत्र(Cheque Requisition) में दर्ज की जाती है एवं इस शीर्ष को जमा और उपयुक्त लेखा शीर्ष को नामें लिख दी जाती है।
  • पब्लिक सेक्टर बैंक उचंत का नामे शेष रिजर्व बैंक में समंजन योग्य बकाया प्राप्तियों की राशि को दर्शाता है।
  • पब्लिक सेक्टर बैंक उचंत का जमा शेष रिजर्व बैंक में समंजन योग्य बकाया भुगतान की राशि को दर्शाता है।
  • चैक और बिल उचंत का शेष उन रकमों का घोतक है जो जारी तो किए गए परंतु बैंक द्वारा भुगतान नहीं किए गए हैं।
  • गैर रेलवे लेखा अधिकारियों से संबंधित लेनदेन के लिए उपयोग में लाया जाने वाला लेखा अंतर सरकारी समायोजन लेखा कहलाता है।

Misc

विविध




यदि किसी प्रकार की गलती हो तो कमेंट बॉक्स में लिखें ताकि उसे सुधारा जा सके एवं अन्य प्रश्न हो तो उसे भी कमेंट बॉक्स में लिखें ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके।

appendix3exam.com

Tender

MCQ in English

  1. The finance member of the tender committee in case of tender value of Rs. 1.5 crores is
    (a) FA&CAO/WST (b) Dy.FA&CAO (c) Sr.AFA (d) AFA
    Ans. b
  2. As soon as the offer of the tenderer is accepted, the contractor has to deposit SD(in case of store)
    (a) Within 30 days of the posting of written notice of acceptance (b) Within 25 days of receipt of the communication (c) Within 21 days of receipt of the communication (d) Within 14 days of the posting of written notice of acceptance
    Ans.  d
  3. Offers received after closing of tender box, but before opening of tenders , are called
    (a) Late Tenders (b) Delayed Tenders (c) Limited Tenders (d) Open Tender
    Ans. b
  4. A firm has entered into a contract with Railway to supply an item free off any cost. In the eye of Law
    (a) Penalty can be imposed on firm in case of failure in supply (b) Contract is not enforceable. (c) Contract is enforceable, but penalty cannot be imposed (d) Firm should be considered in future based on supply contract
    Ans. b
  5. As per IRS Terms & Conditions Arbitration Clause, who should appoint arbitrator in case of dispute in contracts entered into by Production Units
    (a) Member of the Railway Board (b) High Court (c) PCMM (d) GM
    Ans. d
  6. As per Arbitration& Reconciliation Act 1996 and Arbitration &Reconciliation Amendment Act 2015, annual rate of interest on award amount after the date of award is--------
    (a) 12% (b) 8% (c) 2% more than the prevailing rate of interest as per date of award. (d) Dependent on prevailing bank rate.
    Ans. c
  7. All charges for maintenance and repairs after opening of the line for traffic are accounted under head:
    (a) Capital (b) DRF (c) OLW (d) Ordinary Revenue
    Ans. d
  8. Registration of firm is treated as provisional until the firm
    (a) has executed satisfactorily one order  (b) has secured one order (c)  has received one tender (d) All of the above
    Ans. a
  9. Special limited tender is one where
    (a) Number of firms is just one  (b) Purchase value is high but Limited tender is issued (c)  Purchase must be restricted from few firms (d) Tender is issued by Registered post
    Ans. b
  10. When the firms are selected and tender enquiry is sent to them, it is a case of
    (a) Open tender (b) Limited tender (c) Bulletin tender (d) Global tender
    Ans. b
  11. Processing of a tender case after the opening of tenders depends on –
    (a) Estimated value of purchase (b) Value of the case as per highest offer (c) Value of the case as per lowest offer (d) None of the above
    Ans. c
  12.  In Indian Railways the case is to be dealt by tender committee, when it is a case of
    (a) Open tender (b) Limited tender (c) Bulletin tender (d) High value tender more than 50 lakhs
    Ans. d
  13. For working out EMD, the same shall be rounded off to _____
    A. Rs.10 B. Rs.1000 C. Rs.5 D. Rs.100
    Ans.d

Store

MCQ in English

  1. Purchase of imported WTA items is handled by
    (a) RWF (b) ICF (c) Zonal Railways (d) Railway Board
    Ans.d
  2. Time elapsed from the date of realization of need of recoupment to the physical receipt of material is termed as
  3. (a) Buffer time (b) Interim period (c) Contract period  (d) Lead time
    Ans.d
  4. Stock which provide for an emergency in case of default by the suppliers and also to take care of fluctuations in consumptions, is known as
    (a) Emergency stock b) Buffer stock (c) Ordinary stores (d) Custody stock
    Ans.b
  5. Money allotted for purchase of stock items is called:
    (a) Purchase money b) Purchase balance (c) Purchase suspense (d) Purchase grant
    Ans.d
  6. The detailed distribution of budget allotment made to railway administrations is contained in :
    (a)Yellow book (b)Green book (c)Pink Book (d)White Paper
    Ans.c
  7. In case of Rate Contract:
    (a)Quantity. Rate., Consignee is stipulated (b)Only rate is stipulated Quantity and Rate is stipulated (d)Quantity, rate and Delivery Period is stipulated.
    Ans.b
  8. Which among following is not a material inspecting agency:
    (a)RDSO (b)DOI (c)IRTS (d)RITES
    Ans.c
  9. As per IRS conditions of contract, what is the maximum period from the date of receipt of material in which material pre-inspected at the firm’s premises can be rejected at consignee end, if found unsuitable?
    (a)30 days (b)45 days (c)60 days (d)90 days
    Ans.d
  10. Buffer Stock is also known as:
    (a)Critical stock (b)Safety Stock (c)Inactive stock (d)emergency stock
    Ans.b
  11. Disposal of scrap may be done by
    (a)Auction (b)Sale by tender (c)Sale to other Govt. department and undertakings (d)All above
    Ans.d
  12. EOQ is the Quantity at which –
    (a)Inventory carrying cost is maximum (b)Warehousing cost is minimum  (c)Inventory carrying cost + ordering cost is maximum (d)Inventory carrying cost + ordering cost is minimum
    Ans.d
  13. Which is the System of Recoupment to be followed for recouping Emergency stores ?
    (a)Maxima - Minima (b)Periodic review (c)Base stock (d)Combination of (A) & (B)
    Ans.c
  14. In ABC analysis, which items are given more attention from inventory control point of view ?
    (a)A Category (b)B Category (c)C Category (d)Equal attention to all
    Ans.a
  15. Which of the following analysis gives more attention to the service level:-
    (a)ABC Analysis (b)VED Analysis (c)FSN Analysis (d)XYZ Analysis
    Ans.b
  16. Surplus items are:-
    (a)Item not moved for 12 months (b)Item not moved for 24 months (c)Item having more than 12 month Stock (d)None of these
    Ans.b
  17. Railway Stores have been classified into:-
    (a)36 groups (b)49 groups (c)75 groups (d)56 groups
    Ans.c
  18. First two digits in any price list No represent:-
    (a)Part Number (b)Specification Number (c)Drawing Number (d)Group Number
    Ans.d
  19. Unified PLs reduces the possibility of:-
    (a)Duplicate PL Nos. (b)Non-Uniformity over Indian Railways (c)Non-Standardization of Items (d)All of the above
    Ans.d
  20. In order to avoid any contingency, stock at reorder level has to be …:-
    (a)More than lead time requirement. (b)Less than lead time requirement. (c)Equal to lead time requirement. (d)Does not have any relation
    Ans.a
  21. Economic order quantity (EOQ) is determined by optimising between:-
    (a)Demand and Supply (b)Ordering cost and Carrying cost (c)Budgets and Service level (d)User and Accounts department
    Ans.b
  22. In Indian Railways 'A' category items represent what percentage of total consumption value?
    (a)50% (b)90% (c)65% (d)70%
    Ans.d
  23. In a PL No. the subgroup to which the item belongs to is represented by –
    (a)First two digits (b) 3rd and 4th digits (c)5th and 6th digits (d)2nd and 3rd digits
    Ans.b
  24. At the time of review, it is revealed that an item is not issued to any user for past 26 months but the item is likely be issued in next 22 months. This item will be classified as –
    (a)Dead Surplus (b)Custody stores (c)Movable surplus (d)Imprest stores
    Ans.c
  25. Buffer stock limit depends on  –
    (a)ABC classification of the item (b)VED /Safety classification of the item (c)Combination of (A) & (B) (d)Stock and Non-stock classification of the items
    Ans.c
  26. Buffer stock is provided –
    (a) To meet unforeseen requirement (b) To supply items to other users (c) To make good shortfall due to theft, deterioration  (d)To have items out of stock
    Ans.a
  27. In a VED analysis "V" stands for –
    (a)Vague items (b)Very costly items (c)Vital item (d)Variety of items
    Ans.c
  28. Item not required for the purpose for which it was originally purchased is known as –
    (a)Inactive item (b)Scrap item (c)Over stock item (d)Emergent stock item
    Ans.b
  29. Inactive items are those stock items, stock of which –
    (a)) is unserviceable (b) more than 3 months old (c)has not been issued to any user for past 12 months (d)is more than the requirement of next 24 months
    Ans.c
  30. Supplier has to deposit SD within __________ of issue of LOA(Letter of Acceptance).
    (a) 30 days (b) 10 days  (c)14 days   (D) 5 days
    Ans.c
  31. Head of Stores Dept at Railway Board is _________
    (a) Member /Rolling Stock  (b) Member/Engineering  (c)  DG(RS)- Director General of Railway Stores  (d) Member  /Material Management
    Ans.d
  32. EMD rounded off to nearest higher _______ in Stores Contracts
    (a) Rs.10 (b) Rs.1  (c)Rs.100   (D) Rs. 5
    Ans.a
  33. On introduction of ------------ in the Stores organization the integration of Stores Ledgers of all Depots of a Zonal Railway is taken place to avoid accumulation of over stocks.
    (a) MMIS (b) IPAS (c) iMMS (d) AIMS
    Ans.c


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STORE

भंडार




यदि किसी प्रकार की गलती हो तो कमेंट बॉक्स में लिखें ताकि उसे सुधारा जा सके एवं अन्य प्रश्न हो तो उसे भी कमेंट बॉक्स में लिखें ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके।
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Store

वस्तुनिष्ठ भंडार

  1. A श्रेणी मदो का प्रतिशत  कुल उपभोग मुल्य का ------ होता है
    (A category items represents -----percentage of total consumption value)
    (a)50-60% (b)70-80% (c)15% (d)5-10%
  2. PL क्रमाांक में सब ग्रुप----------द्वारा दर्शाया जाता है।
    (In PL. NO. the subgroup to be represented by)
    (a) पहिले दो अंक(First two digits) (b) तीसरा और चौथा अंक(3rd & 4th digits) (c) पांचवां और छठा अंक (5th & 6th digits) (d) दुसरा और तीसरा अंक(2nd & 3rd digits)
  3. बफर स्टाक ------ के कारण रखा जाता है
    (Buffer stock is provided -----------)
    (a)आकस्मात आवश्क्तको पुरा करने हेतु (To meet unforeseen requirements) (b) दुसरे डिपो को भेजने हेतु (To supply items to other Depots) (c) चोरी गये माल की पूर्ति हेतु (To make shortfall due to theft) (d) स्थानीय खरीद करने हेतु (To arrange local purchase)
  4. उपभोक्ता को जरूरत नही ऐसी सामग्री----- के द्वारा भंडार डिपो को लौटाई जाती है
    (Item not required by user can be returned to stores depot on ---------------)
    (a) बिक्री नोट (Sale issue note) (b) मायनस निर्गम नोट (Minus issue note) (c)डी.एस. 8 नोट (DS-8 Note) (d) मांगपत्र (Indent)
  5. जल्दी आपूर्ति के द्वारा निश्चित कि जाती ----------
    ( Purchase finalized on the criteria of ―EARLY DELIVERY ― is known as------
    (a) PAC खरीद (PAC purchase) (b) विशेष खरीद (Special purchase) (c) समय प्राथमिकता खरीद (Time preference Purchase) (d) देरी से खरीद (Delayed purchase)
  6. खरीद का उद्देश्य ------- है
    (Which is the objective of purchasing _________)
    (a) सही समय पर सही मात्रा (Right quantity at right time) (b) सही मुल्य पर सही गुणवत्ता (Right quality at right price) C) सही स्त्रोत और सही समय (Right source & delivery at right place) (d) उपरोक्त सभी
  7. पिछले 24 माह से निर्गम नहीं की गयी सामग्री को क्या कहते है--------
    (Stores with no issues over 24 months are called as ------------------)
    (a) अधिशेष (Surplus) (b) निष्क्रीय (inactive) (c) ओवर स्टाक(Overstock (d) इनमें से कोई नहीं
  8. सामग्री अधिशेष होने के कारण
    Surplus stock may be due ------------------ )
    (a) प्लांट एवं इक्विपमेंट के आकार में परिवर्तन होना (Change in structure or plant and equipment (b) नयी गुणवत्ता लागु करना (Introduction of new standard) (c)नयी कार्य प्रणाली लागू करना (Introduction of new procedure) (d) उपरोक्त सभी
  9. अचल अधिशेष इनमें से कौन सी सामग्री को माना जाता है
    (Dead surplus is item-------------)
    (a) जो 12 महीनों से निर्गम नही हुआ (Not issued for 12 months) (b) जो 24 महीनों से निर्गम नहीं हुआ (Not issued for 24 months) (c) 24 महीनों से निर्गम नहीं हुआ ,आगे12 महीनों मे मांगा नहीं जायेगा ( Not issued for 24 months and there is no likely demand in next 12 months) (d) पिछले 24 महीनों से निर्गम नही हुआ ,आगे 24 महीनों में निर्गम नही होगा ( Not issued for 24 months and there is no likely demand in next 24 months)
  10. स्टॉक बुक व फिजिकल स्टोर में अंतर होने पर स्टोर वेरीफायर द्वारा ___ तैयार किया जाता है:-
    (a) त्रुटी पत्र(Error Sheet) (b) बैलेंस शीट (c) स्टॉक शीट (d) एडवाइस नोट
  11. जेम यह ----------------------- मंत्रालय द्वारा बनाया गया है।
    ( GeM is designed by Ministry of -------------)
    (a)Ministry Of Electronics & Information Technology (b) Ministry of External Affairs (c) Ministry of Commerce and Industry (d)Ministry of Science and Technology
  12. भारत सरकार के सभी मंत्रालयों के लिए सामान्य माल एवं सेवाएं GeM द्वारा -------- खरीदी जाती है।
    (Common goods & services are being procured from GeM in all Ministries of Govt. of India.)
    (a) सही (b) गलत
  13. HSN कोड के अनुसार GST की दर निश्चित की जाती है।
    (GST rates are decided based on HSN codes.)
    (a) सही (b) गलत
  14. स्टोर विभाग के टेंडर में EMD, टेंडर वैल्यू के कितने प्रतिशत लिया जाता है:-
    (a)2% (b)5% (c)10% (d)7%
  15. स्टोर विभाग के निविदा में जिस ठेकेदार को टेंडर मिल जाता है वह LOA जारी होने के कितने दिन के अंदर SD जमा करेगा:-
    (a)12 दिन (b)21 दिन (c)14 दिन (d)30 दिन
    Ref:-Letter


Qb (English)
यदि किसी प्रकार की गलती हो तो कमेंट बॉक्स में लिखें ताकि उसे सुधारा जा सके एवं अन्य प्रश्न हो तो उसे भी कमेंट बॉक्स में लिखें ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके।
Answer Key
1.b 2.b 3.a 4.c 5.c 6.d 7.a 8.d 9.d 10.c
11.a 12.a 13.a 14.b 15.c 16. 17. 18. 19. 20.
21. 22. 23. 24. 25. 26. 27. 28. 29. 30.
इन्हें भी देखें :-
https://appendix2a.blogspot.com/2020/05/store.html
https://www.appendix3exam.com/

Store

भंडार लेखा

  • वह स्थान जहां से विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त भंडार एकत्रित कर भंडारित किया जा सके एवं उपभोक्ता विभागों को वितरित किया जा सके डिपो(Depot) कहलाता है।
  • प्रत्येक डिपो को 2 अंक का कोड आवंटित किया जाता है।
  • वह मदें जिनकी लगातार मांग के कारण नियमित पुनर्रावृत्ति (टर्न ओवर) होती रहती है स्टॉक मदें(Stock Item) कहलाती हैं।
  • वह मदें जिनकी ना तो लगातार मांग होती है और ना ही जिनकी नियमित पुण्यावर्ती(Turnover) है और ना ही जिन्हें आपातकाल की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भंडार में रखा जाता है उसे नान स्टॉक मदें(Non-stock Item) कहते हैं।
  • वह मदें जो किसी कार्य विशेष के लिए खरीदे जाते हैं और सीधे कार्यस्थल पर भेज दिए जाते हैं विशेष स्टॉक(Special Stock) कहलाते हैं।
  • वे सामग्रियां जिनको उपयोग हेतु पिछले 24 महीनों से जारी नहीं किया गया है उन्हें अधिशेष स्टोर(Surplus Store) कहते हैं।
    यह दो प्रकार के होते हैं:-
    • चल अधिशेष(Moveable Store)
    • मृतप्राय अधिशेष(Dead Surplus Store)
  • वे सामग्री जिन्हें पिछले 24 महीनों से जारी नहीं किया गया है परंतु निकट भविष्य में उपयोग की आशा है उसे चल अधिशेष (Moveable Store) कहते हैं।
  • वे सामग्री जिन्हें पिछले 24 महीनों से जारी नहीं किया गया है और अगले 2 साल तक भी उपयोग की आशा नहीं है उन्हें मृतप्राय अधिशेष (Dead Surplus Store) कहते हैं।
  • वार्षिक जारी सामग्री से 40% से अधिक सामान्य स्टोर सामग्री को सामान्यतः ओवरस्टॉक माना जाता है।
  • सप्लायर की देरी के कारण रेलवे के कार्यों में नुकसान ना हो ऐसी आपात स्थिति से निपटने के लिए जो स्टॉक रखा जाता है उसे बफर स्टॉक(Buffer Stock) कहते हैं।
  • वह मात्रा, जो खरीद के कुल आदेश के कुल मूल्य को अत्यंत कम करने एवं वस्तु सूची के रख-रखाव पर होने वाले खर्च को कम करने में सहायक हो, मितव्ययी मात्रा आदेश(Economic Order Quantity) कहलाती है।
  • वह दर जो मूल सूची में प्रदर्शित होता है जो कि भंडार नियंत्रक द्वारा स्टॉक में भंडार की प्रत्येक मद के लिए रखी जाती है उसे मूल्य सूची दर(Price List Rate) कहते हैं।
  • वह दर जो मूल्यांकन खाते में उपलब्ध है मूल्य शेष(Value) को परिणाम शेष(Quantity Balance) से भाग देने से आती है उसे औसत खाता दर(Book Average Rate) कहते हैं।
  • मूल्य सूची का उद्देश्य होता है उपभोक्ता विभाग को सामग्री का सटीक विवरण, उनके सूचक अंको तथा लगभग कीमत की सूचना उपलब्ध कराना।
  • वह भंडार जो कि प्रयुक्त किए जाने के  फलस्वरूप नष्ट हो जाते हैं उपभोग योग्य भंडार(Consumable Store) कहलाते हैं। जैसे रद्दी, रुई, चिकनाई आदि।
  • प्रत्येक भंडार वाली मद जो कि स्टॉक में पड़ी है के लिए निर्धारित की गई सीमा जिससे कम या अधिक शेष आमतौर पर नहीं रखा जाता उस सीमा को स्टॉक की अधिकतम और न्यूनतम सीमा (Maximum and Minimum Limit) कहलाती है।
  • किसी भी मद के लिए अधिकतम सीमा उसके न्यूनतम सीमा के दुगने से अधिक नहीं होना चाहिए।
  • स्टोर की खरीद के लिए जो आदेश फर्मो को दिए जाते हैं उन आदेशों को खरीद आदेश(Purchase Order) कहते हैं।
  • भंडार की सामग्रियों को 9 मुख्य समूह(Major Group) जो 75 समूह(Group) में बांटा गया है।List
  • प्रत्येक मद के विशिष्ट पहचान हेतु 8 अंकों का कोड/नंबर आवंटित किया गया है जिसे उस मद का मूल्य सूची संख्या (Price List Number) कहते हैं।
  • मूल्य सूची संख्या का प्रथम दो अंक ग्रुप, उसके बाद के दो अंक अर्थात तीसरा और चौथा अंक सब ग्रुप, उसके बाद के तीन अंक अर्थात पांचवा छठा और सातवां अंक मद का क्रम संख्या और अंतिम अंक चैक डिजिट को प्रदर्शित करता है।
  • प्रेषिती कोड(Consignee Code) 5 अंकों का होता है जिसमें बाएं से पहला अंक डिवीजन, दूसरा अंक विभाग, तीसरा और चौथा अंक उपभोक्ता की क्रम संख्या और अंतिम अंक चैक डिजिट को प्रदर्शित करता है।
  • चैक डिजिट मोड्यूलस 11 पद्धति(MODULAS 11) से ज्ञात किया जाता है। दूसरे शब्दोंं में मूल्य सूची संख्या(PL Number), प्रेषिती कोड (Consignee Code) की सत्यता की जांच मोड्यूलस 11(MODULAS 11) पद्धति से की जा सकती है।
  • क्रय आदेश (Purchase Order) 16 अंको का होता है।
    उदाहरण के लिए क्रय आदेश संख्या XX.XX.XXXX.X.XXXXX.XX है जो कि निम्न सूचनाएं प्रदर्शित करती हैं
    बाएं से XX - क्रय भुगतान संख्या
    XX - रजिस्ट्रेशन का वर्ष
    XXXX - डिमांड संख्या
    X - आदेश का प्रकार
    XXXXX - क्रय आदेश संख्या
    XX - कंसाइनी क्रम संख्या
  • भंडार विभाग द्वारा सामग्री कारखानों से बनवाने हेतु जारी आदेश को कार्यादेश(Work Order) कहलाता है।
  • प्रेषती एलोकेशन कोड(Consignee Allocation Code) 7 अंकों का होता है जिसमें प्रथम 2 अंक डिमांड की ग्रांट, उसके बाद के 4 अंक हेड ऑफ अकाउंट और अंतिम अंक कार्य के प्रकार या उद्देश्य को प्रदर्शित करता है।
  • एक डिपो से दूसरे डिपो तक सामान स्थानांतरण हेतु बनाया जाने वाला वाउचर जिसे स्थानांतरण वाउचर कहते हैं, 4 प्रति में बनाया जाता है।
  • डिपो में रखी सामग्री का वार्षिक, लाइन पर रखे सामान का 2 वर्ष में एक बार तथा T&P सामान का 3 वर्ष में एक बार सत्यापन (Stock Verification) किया जाता है।
  • महानिदेशक खरीद एवं निपटारा(DGS&D) के माध्यम से प्राप्त आपूर्तियों के लिए डिपो से प्राप्त रसीद आदेशों पर आईएसडी(ISD) लिखा जाता है।
  • स्टोर विभाग के अनुरोध पर रेल कारखाना द्वारा तैयार सामग्री स्टोर को फार्म एस 1531 पर (5 प्रति) में तैयार कर सुपूर्द करती है।
  • किसी भी संस्थान, उपक्रम या फर्म के पास उपलब्ध आवश्यक सामग्री संपत्ति आदि की सूची को वस्तु सूची(Inventory) कहते हैं।
  • रेलवे में वस्तु सूची मुख्यत: दो प्रकार की होती है:-
    • मशीनरी औजार और संयंत्र के रूप में पड़ी अचल संपत्ति
    • नियमित निष्क्रिय इन्वैन्टरी
  • ABC वर्गीकरण(ABC Analysis) के अंतर्गत भंडार की वस्तुओं को A,B औरC श्रेणी में रखा जाता है।
  • सही भविष्यवाणी, सही योजना, सही समय पर सही मात्रा में माल खरीदने में के लिए एबीसी वर्गीकरण पद्धति का उपयोग किया जाता है।
  • भंडार प्रबंधन में किसी वस्तु पर कितना और कैसा नियंत्रण रखना है इसका ज्ञान ABC वर्गीकरण पद्धति से ज्ञात होता है।
  • तीव्र(Fast), धीमे(Slow), निष्क्रिय गति(Non-Moving) से जारी होने वाले मद के आधार पर वर्गीकरण को FSN वर्गीकरण (FSN Analysis) कहलाता है।
  • वस्तुओं की आवश्यकता के अनुरूप स्टॉक बनाए रखने के लिए FSN वर्गीकरण (FSN Analysis) का उपयोग भी किया जा सकता है।
  • FSN पद्धति में वस्तुओं को 3 भाग में वर्गीकृत किया गया है:-
    • तीव्र गति(Fast Moving):-ऐसी वस्तुएं जो तेजी से इश्यू होती है। इनके निर्गम पर आवश्यकतानुसार नियंत्रण रखना जरूरी है।
    • धीमी गति(Slow Moving):-ऐसी वस्तुएं जिनका निर्गम धीमी गति से होता है। ऐसी वस्तुओं के निर्गम बढ़ाने की आवश्यकता होती है और खरीद पर अंकुश लगाया जाना आवश्यक हो जाता है।
    • निष्क्रिय गति(Non Moving):-जिन वस्तुओं का निर्गम नहीं हो रहा है, ऐसी वस्तुओं का प्राथमिकता के आधार पर निपटारा आवश्यक होता है। ऐसी वस्तुओं की खरीद तुरंत बंद करनी होती है।
  • जब भंडार की वस्तुओं का वर्गीकरण महत्वपूर्ण(Vital), आवश्यक(Essential), अपेक्षित(Desirable) आधार पर किया जाता है तो इसे VED वर्गीकरण पद्धति(VED Analysis) को कहते हैं।
  • सेवा स्तर बनाए रखने के लिए एवं सेवा स्तर की अधिकतम सीमा निर्धारण हेतु VED वर्गीकरण पद्धति(VED Analysis) का उपयोग किया जाता है।
  • वैसी वस्तुएं जिनके अभाव में उत्पादन कार्य या रेल का संचालन रुक सकता है उसे महत्वपूर्ण(vital) श्रेणी में रखा जाता है। जैसे इंधन के अभाव में मोटिव पावर।
  • वैसी वस्तुएं जिनके अभाव में उत्पादन कार्य या रेल का संचालन कुछ समय तक चल सकता है परंतु अधिक देरी से रेलों के संचालन पर विपरीत प्रभाव पड़ता है उसे आवश्यक(Essential) की श्रेणी में रखा जाता है। जैसे ग्रीस
  • वैसी वस्तुएं जिनके अभाव में उनकी एवजी वस्तु(Substitute) द्वारा काम निकाला जा सकता है उसे अपेक्षित(Desirable) की श्रेणी में रखा जाता है। जैसे वस्तुओं के पुर्जे, पंखे आदि।
  • VED वर्गीकरण पद्धति अपनाने से 97% से लेकर 99% तक माल आवश्यकतानुसार उपलब्ध हो जाता है।
  • वस्तु सूची नियंत्रण कक्ष(Inventory Control Cell) वरिष्ठ भंडार अधिकारी(SSO Inventory Control) की देखरेख में स्थापित किया गया है।
  • खाली डिब्बों को 3 वर्गों में बांटा गया है:-
    1. ना लौटाए जाने वाले खाली डिब्बे
    2. विकल्पतः(optionally) लौटाए जाने वाले खाली डिब्बे
    3. लौटाए जाने वाले खाली डिब्बे
  • उपयोग में आने वाले खाली डिब्बे को 'खाली डिब्बे' नाम के अलग अनुभाग में समूह 98 स्टाक में रखा जाता है।
  • विविध जमा(Deposit Miscellaneous) लेखा शीर्ष  क्रेडिट शेष प्रदर्शित करता है जबकि विविध अग्रिम पूंजी (Miscellaneous Advance Capital) लेखा शीर्ष डेबिट शेष प्रदर्शित करता है।
  • खरीद लेखा(Purchase Account) का शेष सामान्यतः क्रेडिट होता है जबकि विक्रय लेखा(Sale Account) का शेष सामान्यतः डेबिट होता है।
  • भंडार सामग्री के खरीद(sale tender) के लिए बयाना राशि(Earnest Money) 5% लिया जाता है।(Letter)
  • स्टॉक बुक व फिजिकल स्टोर में अंतर होने पर स्टोर जांचकर्ता द्वारा स्टॉकशीट(Stock Sheet) तैयार किया जाता है।

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Workshop Accounts

कारखाना लेखा




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