Store

वस्तुनिष्ठ भंडार

  1. A श्रेणी मदो का प्रतिशत  कुल उपभोग मुल्य का ------ होता है
    (A category items represents -----percentage of total consumption value)
    (a)50-60% (b)70-80% (c)15% (d)5-10%
  2. PL क्रमाांक में सब ग्रुप----------द्वारा दर्शाया जाता है।
    (In PL. NO. the subgroup to be represented by)
    (a) पहिले दो अंक(First two digits) (b) तीसरा और चौथा अंक(3rd & 4th digits) (c) पांचवां और छठा अंक (5th & 6th digits) (d) दुसरा और तीसरा अंक(2nd & 3rd digits)
  3. बफर स्टाक ------ के कारण रखा जाता है
    (Buffer stock is provided -----------)
    (a)आकस्मात आवश्क्तको पुरा करने हेतु (To meet unforeseen requirements) (b) दुसरे डिपो को भेजने हेतु (To supply items to other Depots) (c) चोरी गये माल की पूर्ति हेतु (To make shortfall due to theft) (d) स्थानीय खरीद करने हेतु (To arrange local purchase)
  4. उपभोक्ता को जरूरत नही ऐसी सामग्री----- के द्वारा भंडार डिपो को लौटाई जाती है
    (Item not required by user can be returned to stores depot on ---------------)
    (a) बिक्री नोट (Sale issue note) (b) मायनस निर्गम नोट (Minus issue note) (c)डी.एस. 8 नोट (DS-8 Note) (d) मांगपत्र (Indent)
  5. जल्दी आपूर्ति के द्वारा निश्चित कि जाती ----------
    ( Purchase finalized on the criteria of ―EARLY DELIVERY ― is known as------
    (a) PAC खरीद (PAC purchase) (b) विशेष खरीद (Special purchase) (c) समय प्राथमिकता खरीद (Time preference Purchase) (d) देरी से खरीद (Delayed purchase)
  6. खरीद का उद्देश्य ------- है
    (Which is the objective of purchasing _________)
    (a) सही समय पर सही मात्रा (Right quantity at right time) (b) सही मुल्य पर सही गुणवत्ता (Right quality at right price) C) सही स्त्रोत और सही समय (Right source & delivery at right place) (d) उपरोक्त सभी
  7. पिछले 24 माह से निर्गम नहीं की गयी सामग्री को क्या कहते है--------
    (Stores with no issues over 24 months are called as ------------------)
    (a) अधिशेष (Surplus) (b) निष्क्रीय (inactive) (c) ओवर स्टाक(Overstock (d) इनमें से कोई नहीं
  8. सामग्री अधिशेष होने के कारण
    Surplus stock may be due ------------------ )
    (a) प्लांट एवं इक्विपमेंट के आकार में परिवर्तन होना (Change in structure or plant and equipment (b) नयी गुणवत्ता लागु करना (Introduction of new standard) (c)नयी कार्य प्रणाली लागू करना (Introduction of new procedure) (d) उपरोक्त सभी
  9. अचल अधिशेष इनमें से कौन सी सामग्री को माना जाता है
    (Dead surplus is item-------------)
    (a) जो 12 महीनों से निर्गम नही हुआ (Not issued for 12 months) (b) जो 24 महीनों से निर्गम नहीं हुआ (Not issued for 24 months) (c) 24 महीनों से निर्गम नहीं हुआ ,आगे12 महीनों मे मांगा नहीं जायेगा ( Not issued for 24 months and there is no likely demand in next 12 months) (d) पिछले 24 महीनों से निर्गम नही हुआ ,आगे 24 महीनों में निर्गम नही होगा ( Not issued for 24 months and there is no likely demand in next 24 months)
  10. स्टॉक बुक व फिजिकल स्टोर में अंतर होने पर स्टोर वेरीफायर द्वारा ___ तैयार किया जाता है:-
    (a) त्रुटी पत्र(Error Sheet) (b) बैलेंस शीट (c) स्टॉक शीट (d) एडवाइस नोट
  11. जेम यह ----------------------- मंत्रालय द्वारा बनाया गया है।
    ( GeM is designed by Ministry of -------------)
    (a)Ministry Of Electronics & Information Technology (b) Ministry of External Affairs (c) Ministry of Commerce and Industry (d)Ministry of Science and Technology
  12. भारत सरकार के सभी मंत्रालयों के लिए सामान्य माल एवं सेवाएं GeM द्वारा -------- खरीदी जाती है।
    (Common goods & services are being procured from GeM in all Ministries of Govt. of India.)
    (a) सही (b) गलत
  13. HSN कोड के अनुसार GST की दर निश्चित की जाती है।
    (GST rates are decided based on HSN codes.)
    (a) सही (b) गलत
  14. स्टोर विभाग के टेंडर में EMD, टेंडर वैल्यू के कितने प्रतिशत लिया जाता है:-
    (a)2% (b)5% (c)10% (d)7%
  15. स्टोर विभाग के निविदा में जिस ठेकेदार को टेंडर मिल जाता है वह LOA जारी होने के कितने दिन के अंदर SD जमा करेगा:-
    (a)12 दिन (b)21 दिन (c)14 दिन (d)30 दिन
    Ref:-Letter


Qb (English)
यदि किसी प्रकार की गलती हो तो कमेंट बॉक्स में लिखें ताकि उसे सुधारा जा सके एवं अन्य प्रश्न हो तो उसे भी कमेंट बॉक्स में लिखें ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके।
Answer Key
1.b 2.b 3.a 4.c 5.c 6.d 7.a 8.d 9.d 10.c
11.a 12.a 13.a 14.b 15.c 16. 17. 18. 19. 20.
21. 22. 23. 24. 25. 26. 27. 28. 29. 30.
इन्हें भी देखें :-
https://appendix2a.blogspot.com/2020/05/store.html
https://www.appendix3exam.com/

Store

भंडार लेखा

  • वह स्थान जहां से विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त भंडार एकत्रित कर भंडारित किया जा सके एवं उपभोक्ता विभागों को वितरित किया जा सके डिपो(Depot) कहलाता है।
  • प्रत्येक डिपो को 2 अंक का कोड आवंटित किया जाता है।
  • वह मदें जिनकी लगातार मांग के कारण नियमित पुनर्रावृत्ति (टर्न ओवर) होती रहती है स्टॉक मदें(Stock Item) कहलाती हैं।
  • वह मदें जिनकी ना तो लगातार मांग होती है और ना ही जिनकी नियमित पुण्यावर्ती(Turnover) है और ना ही जिन्हें आपातकाल की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भंडार में रखा जाता है उसे नान स्टॉक मदें(Non-stock Item) कहते हैं।
  • वह मदें जो किसी कार्य विशेष के लिए खरीदे जाते हैं और सीधे कार्यस्थल पर भेज दिए जाते हैं विशेष स्टॉक(Special Stock) कहलाते हैं।
  • वे सामग्रियां जिनको उपयोग हेतु पिछले 24 महीनों से जारी नहीं किया गया है उन्हें अधिशेष स्टोर(Surplus Store) कहते हैं।
    यह दो प्रकार के होते हैं:-
    • चल अधिशेष(Moveable Store)
    • मृतप्राय अधिशेष(Dead Surplus Store)
  • वे सामग्री जिन्हें पिछले 24 महीनों से जारी नहीं किया गया है परंतु निकट भविष्य में उपयोग की आशा है उसे चल अधिशेष (Moveable Store) कहते हैं।
  • वे सामग्री जिन्हें पिछले 24 महीनों से जारी नहीं किया गया है और अगले 2 साल तक भी उपयोग की आशा नहीं है उन्हें मृतप्राय अधिशेष (Dead Surplus Store) कहते हैं।
  • वार्षिक जारी सामग्री से 40% से अधिक सामान्य स्टोर सामग्री को सामान्यतः ओवरस्टॉक माना जाता है।
  • सप्लायर की देरी के कारण रेलवे के कार्यों में नुकसान ना हो ऐसी आपात स्थिति से निपटने के लिए जो स्टॉक रखा जाता है उसे बफर स्टॉक(Buffer Stock) कहते हैं।
  • वह मात्रा, जो खरीद के कुल आदेश के कुल मूल्य को अत्यंत कम करने एवं वस्तु सूची के रख-रखाव पर होने वाले खर्च को कम करने में सहायक हो, मितव्ययी मात्रा आदेश(Economic Order Quantity) कहलाती है।
  • वह दर जो मूल सूची में प्रदर्शित होता है जो कि भंडार नियंत्रक द्वारा स्टॉक में भंडार की प्रत्येक मद के लिए रखी जाती है उसे मूल्य सूची दर(Price List Rate) कहते हैं।
  • वह दर जो मूल्यांकन खाते में उपलब्ध है मूल्य शेष(Value) को परिणाम शेष(Quantity Balance) से भाग देने से आती है उसे औसत खाता दर(Book Average Rate) कहते हैं।
  • मूल्य सूची का उद्देश्य होता है उपभोक्ता विभाग को सामग्री का सटीक विवरण, उनके सूचक अंको तथा लगभग कीमत की सूचना उपलब्ध कराना।
  • वह भंडार जो कि प्रयुक्त किए जाने के  फलस्वरूप नष्ट हो जाते हैं उपभोग योग्य भंडार(Consumable Store) कहलाते हैं। जैसे रद्दी, रुई, चिकनाई आदि।
  • प्रत्येक भंडार वाली मद जो कि स्टॉक में पड़ी है के लिए निर्धारित की गई सीमा जिससे कम या अधिक शेष आमतौर पर नहीं रखा जाता उस सीमा को स्टॉक की अधिकतम और न्यूनतम सीमा (Maximum and Minimum Limit) कहलाती है।
  • किसी भी मद के लिए अधिकतम सीमा उसके न्यूनतम सीमा के दुगने से अधिक नहीं होना चाहिए।
  • स्टोर की खरीद के लिए जो आदेश फर्मो को दिए जाते हैं उन आदेशों को खरीद आदेश(Purchase Order) कहते हैं।
  • भंडार की सामग्रियों को 9 मुख्य समूह(Major Group) जो 75 समूह(Group) में बांटा गया है।List
  • प्रत्येक मद के विशिष्ट पहचान हेतु 8 अंकों का कोड/नंबर आवंटित किया गया है जिसे उस मद का मूल्य सूची संख्या (Price List Number) कहते हैं।
  • मूल्य सूची संख्या का प्रथम दो अंक ग्रुप, उसके बाद के दो अंक अर्थात तीसरा और चौथा अंक सब ग्रुप, उसके बाद के तीन अंक अर्थात पांचवा छठा और सातवां अंक मद का क्रम संख्या और अंतिम अंक चैक डिजिट को प्रदर्शित करता है।
  • प्रेषिती कोड(Consignee Code) 5 अंकों का होता है जिसमें बाएं से पहला अंक डिवीजन, दूसरा अंक विभाग, तीसरा और चौथा अंक उपभोक्ता की क्रम संख्या और अंतिम अंक चैक डिजिट को प्रदर्शित करता है।
  • चैक डिजिट मोड्यूलस 11 पद्धति(MODULAS 11) से ज्ञात किया जाता है। दूसरे शब्दोंं में मूल्य सूची संख्या(PL Number), प्रेषिती कोड (Consignee Code) की सत्यता की जांच मोड्यूलस 11(MODULAS 11) पद्धति से की जा सकती है।
  • क्रय आदेश (Purchase Order) 16 अंको का होता है।
    उदाहरण के लिए क्रय आदेश संख्या XX.XX.XXXX.X.XXXXX.XX है जो कि निम्न सूचनाएं प्रदर्शित करती हैं
    बाएं से XX - क्रय भुगतान संख्या
    XX - रजिस्ट्रेशन का वर्ष
    XXXX - डिमांड संख्या
    X - आदेश का प्रकार
    XXXXX - क्रय आदेश संख्या
    XX - कंसाइनी क्रम संख्या
  • भंडार विभाग द्वारा सामग्री कारखानों से बनवाने हेतु जारी आदेश को कार्यादेश(Work Order) कहलाता है।
  • प्रेषती एलोकेशन कोड(Consignee Allocation Code) 7 अंकों का होता है जिसमें प्रथम 2 अंक डिमांड की ग्रांट, उसके बाद के 4 अंक हेड ऑफ अकाउंट और अंतिम अंक कार्य के प्रकार या उद्देश्य को प्रदर्शित करता है।
  • एक डिपो से दूसरे डिपो तक सामान स्थानांतरण हेतु बनाया जाने वाला वाउचर जिसे स्थानांतरण वाउचर कहते हैं, 4 प्रति में बनाया जाता है।
  • डिपो में रखी सामग्री का वार्षिक, लाइन पर रखे सामान का 2 वर्ष में एक बार तथा T&P सामान का 3 वर्ष में एक बार सत्यापन (Stock Verification) किया जाता है।
  • महानिदेशक खरीद एवं निपटारा(DGS&D) के माध्यम से प्राप्त आपूर्तियों के लिए डिपो से प्राप्त रसीद आदेशों पर आईएसडी(ISD) लिखा जाता है।
  • स्टोर विभाग के अनुरोध पर रेल कारखाना द्वारा तैयार सामग्री स्टोर को फार्म एस 1531 पर (5 प्रति) में तैयार कर सुपूर्द करती है।
  • किसी भी संस्थान, उपक्रम या फर्म के पास उपलब्ध आवश्यक सामग्री संपत्ति आदि की सूची को वस्तु सूची(Inventory) कहते हैं।
  • रेलवे में वस्तु सूची मुख्यत: दो प्रकार की होती है:-
    • मशीनरी औजार और संयंत्र के रूप में पड़ी अचल संपत्ति
    • नियमित निष्क्रिय इन्वैन्टरी
  • ABC वर्गीकरण(ABC Analysis) के अंतर्गत भंडार की वस्तुओं को A,B औरC श्रेणी में रखा जाता है।
  • सही भविष्यवाणी, सही योजना, सही समय पर सही मात्रा में माल खरीदने में के लिए एबीसी वर्गीकरण पद्धति का उपयोग किया जाता है।
  • भंडार प्रबंधन में किसी वस्तु पर कितना और कैसा नियंत्रण रखना है इसका ज्ञान ABC वर्गीकरण पद्धति से ज्ञात होता है।
  • तीव्र(Fast), धीमे(Slow), निष्क्रिय गति(Non-Moving) से जारी होने वाले मद के आधार पर वर्गीकरण को FSN वर्गीकरण (FSN Analysis) कहलाता है।
  • वस्तुओं की आवश्यकता के अनुरूप स्टॉक बनाए रखने के लिए FSN वर्गीकरण (FSN Analysis) का उपयोग भी किया जा सकता है।
  • FSN पद्धति में वस्तुओं को 3 भाग में वर्गीकृत किया गया है:-
    • तीव्र गति(Fast Moving):-ऐसी वस्तुएं जो तेजी से इश्यू होती है। इनके निर्गम पर आवश्यकतानुसार नियंत्रण रखना जरूरी है।
    • धीमी गति(Slow Moving):-ऐसी वस्तुएं जिनका निर्गम धीमी गति से होता है। ऐसी वस्तुओं के निर्गम बढ़ाने की आवश्यकता होती है और खरीद पर अंकुश लगाया जाना आवश्यक हो जाता है।
    • निष्क्रिय गति(Non Moving):-जिन वस्तुओं का निर्गम नहीं हो रहा है, ऐसी वस्तुओं का प्राथमिकता के आधार पर निपटारा आवश्यक होता है। ऐसी वस्तुओं की खरीद तुरंत बंद करनी होती है।
  • जब भंडार की वस्तुओं का वर्गीकरण महत्वपूर्ण(Vital), आवश्यक(Essential), अपेक्षित(Desirable) आधार पर किया जाता है तो इसे VED वर्गीकरण पद्धति(VED Analysis) को कहते हैं।
  • सेवा स्तर बनाए रखने के लिए एवं सेवा स्तर की अधिकतम सीमा निर्धारण हेतु VED वर्गीकरण पद्धति(VED Analysis) का उपयोग किया जाता है।
  • वैसी वस्तुएं जिनके अभाव में उत्पादन कार्य या रेल का संचालन रुक सकता है उसे महत्वपूर्ण(vital) श्रेणी में रखा जाता है। जैसे इंधन के अभाव में मोटिव पावर।
  • वैसी वस्तुएं जिनके अभाव में उत्पादन कार्य या रेल का संचालन कुछ समय तक चल सकता है परंतु अधिक देरी से रेलों के संचालन पर विपरीत प्रभाव पड़ता है उसे आवश्यक(Essential) की श्रेणी में रखा जाता है। जैसे ग्रीस
  • वैसी वस्तुएं जिनके अभाव में उनकी एवजी वस्तु(Substitute) द्वारा काम निकाला जा सकता है उसे अपेक्षित(Desirable) की श्रेणी में रखा जाता है। जैसे वस्तुओं के पुर्जे, पंखे आदि।
  • VED वर्गीकरण पद्धति अपनाने से 97% से लेकर 99% तक माल आवश्यकतानुसार उपलब्ध हो जाता है।
  • वस्तु सूची नियंत्रण कक्ष(Inventory Control Cell) वरिष्ठ भंडार अधिकारी(SSO Inventory Control) की देखरेख में स्थापित किया गया है।
  • खाली डिब्बों को 3 वर्गों में बांटा गया है:-
    1. ना लौटाए जाने वाले खाली डिब्बे
    2. विकल्पतः(optionally) लौटाए जाने वाले खाली डिब्बे
    3. लौटाए जाने वाले खाली डिब्बे
  • उपयोग में आने वाले खाली डिब्बे को 'खाली डिब्बे' नाम के अलग अनुभाग में समूह 98 स्टाक में रखा जाता है।
  • विविध जमा(Deposit Miscellaneous) लेखा शीर्ष  क्रेडिट शेष प्रदर्शित करता है जबकि विविध अग्रिम पूंजी (Miscellaneous Advance Capital) लेखा शीर्ष डेबिट शेष प्रदर्शित करता है।
  • खरीद लेखा(Purchase Account) का शेष सामान्यतः क्रेडिट होता है जबकि विक्रय लेखा(Sale Account) का शेष सामान्यतः डेबिट होता है।
  • भंडार सामग्री के खरीद(sale tender) के लिए बयाना राशि(Earnest Money) 5% लिया जाता है।(Letter)
  • स्टॉक बुक व फिजिकल स्टोर में अंतर होने पर स्टोर जांचकर्ता द्वारा स्टॉकशीट(Stock Sheet) तैयार किया जाता है।

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कारखाना लेखा




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वस्तुनिष्ठ कारखाना लेखा

  1. निष्क्रिय समय(Idel time) को कौन सी ऊपरी लागत में लगाया जाता है:-
    (a)शॉप ऊपरी लागत(Shop on Cost) (b) सामान्य ऊपरी लागत(General on Cost) (c) प्रोफार्मा ऊपरी लागत(Proforma on Cost) (d) इनमें से कोई नहीं
  2. कारखाना विनिर्माण उचंत(WMS) खाते का शेष होता है:-
    (a) क्रेडिट (b) डेबिट (c) कोई शेष नहीं होता (d) इनमें से कोई नहीं
  3. कारखाने में कामगार 1 दिन में अधिकतम कुल कितने घंटे काम  पर लगाया जा सकता है:-
    (a)8 घंटे (b)9 1/2 घंटे (c)10 1/2 घंटे (d)11 1/2 घंटे
  4. कारखाने के ऊपरी लागत को कितने भागों में बांटा गया है:-
    (a)2, (b)3 (c)4 (d)5
  5. कारखाने में मजदूरी के अवधि का निर्धारण किस कानून के तहत किया जाता है:-
    (a) फैक्ट्री अधिनियम, 1948 (b) रेलवे अधिनियम,1989 (c) न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, 1948 (d) इनमें से कोई नहीं
  6. कारखाना अधिनियम के तहत एक तिमाही में अधिकतम ओवरटाइम की सीमा है:-
    (a)25 घंटे (b)30 घंटे (c)50 घंटे (d)60 घंटे
  7. WMS अकाउंट किसके द्वारा रखा जाता है:-
    (a) वर्कशॉप अकाउंट अनुुभाग (b) लागत अनुभाग (c) बुक्स अनुभाग (d) स्थापना अनुभाग
  8. प्लान हेड 72 किससे संबंधित है:-
    (a) भंडार सस्पेंस (b) विनिर्माण सस्पेंस (c) विविध अग्रिम (d) इनमेंं से कोई नहीं
  9. कारखाने में जारी सब कार्य-आदेशों पर खर्च वह उसके समायोजन के लिए रखा जाने वाला रजिस्टर है:-
    (a)WGR (b)WMS (c) श्रम रजिस्टर (d) इनमें से कोई नहीं
  10. शॉप में श्रमिकों का अनुपस्थिति का विवरण बनाया जाता है:-
    (a) समय कार्यालय (b) लेखा विभाग (c) फोरमैन (d) चार्जमैन

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Answer Key
1.a 2.b 3.c 4.b 5.a 6.c 7.a 8.b 9.a  10.d
11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20.
21. 22. 23. 24. 25. 26. 27. 28. 29. 30.
इन्हें भी देखें :-
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कार्यशाला लेखा

  • वर्कशॉप के सभी खर्च का विभिन्न कार्यों में उचित आवंटन सुनिश्चित करने के लिए उचंत लेखा शीर्ष जिसे वर्कशॉप विनिर्माण उचंत (Workshop Manufacturing Suspence) कहते हैं प्रचालित किया जाता है।
  • कारखाना विनिर्माण उचंत(WMS) लेखे में शेष उस रकम को दर्शाता है जो कि उन कार्यों पर मजदूरी, भंडार आदि पर खर्च की गई है जो अभी चालू है या समाप्त हो चुके हैं परंतु उनका वित्तीय समायोजन/वसूली शेष है और वर्कशॉप अधिव्यय कार्यादेश के अन्तर्गत अवप्रभार/अधिप्रभार होने के कारण और राजस्व अन्तिम शीर्ष को समायोजन की अपेक्षा में अभी शेष है।
  • कारखाने में किसी कार्य को करने हेतु सक्ष्म अधिकारी द्वारा दिये गये आदेश को कार्य आदेश(Work Order) कहते हैं।
  • कार्य आदेश दो प्रकार के होते हैं:-
    1. जॉब कार्य आदेश:-यह कार्य आदेश उस समय तक निरंतर माना जाता है जब तक उसमें प्रस्तावित कार्य पूरा नहीं होता और उसमें प्रस्तावित कार्य पूरा होने के पश्चात अपने आप बंद माना जाता है जैसे कल पुर्जों का निर्माण के लिए जारी कार्य आदेश आदि
    2. स्थाई कार्य आदेश:-वैसे कार्य आदेश जिनके जारी करने के बाद बिना बंद किए हमेशा के लिए निरंतर रूप से उन पर कार्य संपन्न किया जा सकता है जब तक ऐसे कार्य आदेश बंद करने के लिए अलग से आदेश जारी नहीं किए जाते हैं तब तक ऐसे कार्य आदेशों पर निरंतर कार्य संपन्न होता रहता है जैसे मरम्मत एवं अनुरक्षण के कार्य के लिए जारी कार्य आदेश आदि।
    3. स्थाई कार्य आदेश निम्न प्रकार के होते हैं:-
      • राजस्व के स्थाई कार्य आदेश
      • अप्रत्यक्ष लागत/ऊपरी लागत स्थाई कार्य आदेश
      • विनिर्माण के लिए स्थाई कार्य आदेश
      • पुर्जे निर्माण हेतु स्थाई कार्य आदेश
      • सामूहिक कार्य आदेश
      • अंतर्विभागीय एवं अंतर्मंन्डलीय कार्य आदेश
  • रेल कार्यशाला में जारी सब कार्य-आदेशों पर खर्च व उसके समायोजन को सुनिश्चित करने के लिए रजिस्टर रखा जाता है जिसे कार्यशाला सामान्य रजिस्टर(Workshop General Register) कहते है।
  • कारखाने सामान्य रजिस्टर(WGR) की समीक्षा के बाद इसकी सहायता से कारखाना उत्पादन विवरणी(Workshop Out turn Statement) बनाई जाती है जिसके दो भाग होते हैं।
  • कारखाना उत्पादन विवरणी(Workshop Out turn Statement) का प्रथम भाग में वह कार्य आदेश आते हैं जो उस माह पूरे हो गए हैं और उनका समायोजन भी उसी माह खाते में होना है।
  • कारखाना उत्पादन विवरणी(Workshop Out turn Statement) का  भाग - ।। में वे कार्य आदेश आते हैं जिन पर कार्य अभी चालू है अथवा पूरे तो हो गए हैं लेकिन संबंधित पार्टियों की स्वीकृति के इंतजार में समायोजन शेष है।
  • कारखाने में काम करने वाले श्रमिकों के समय का निर्धारण 'समय कार्यालय संगठन' द्वारा भारतीय कारखाना अधिनियम 1948 के प्रावधानों के तहत किया जाता है।
  • भारतीय कारखाना अधिनियम 1948 के तहत श्रमिकों के लिए सप्ताहिक काम का समय अधिकतम 48 घंटे निर्धारित की गई है।
  • भारतीय कारखाना अधिनियम 1948 के तहत श्रमिकों के लिए किसी भी दिन काम का समय अधिकतम 101/2 घंटे निर्धारित की गई है।
  • श्रमिकों की उपस्थिति एवं अनुपस्थिति गेट उपस्थिति कार्ड(Gate Attendence Card) के माध्यम से दर्ज की जाती है।
  • कारखाने में श्रमिकों के उपस्थिति और अनुपस्थिति का विवरण समय कार्यालय(Time Office) द्वारा बनाया जाता है।
  • शॉप में श्रमिकों की उपस्थिति और अनुपस्थिति का विवरण चार्जमैन के द्वारा बनाया जाता है।
  • कारखाने में किए गए व्यय को दो भागों में बांटा जा सकता है:-
    • प्रारंभिक लागत
    • ऊपरी लागत
  • भंडार व श्रमिक व्यय को प्रत्यक्ष खर्च अथवा सीधी लागत अथवा प्रारंभिक लागत कहते हैं।
  • कारखाने में प्रत्येक कार्य पर किए जाने वाले वैसे व्यय जिन्हें किसी एक कार्य पर लागू नहीं किया जा सकता वैसे अप्रत्यक्ष व्यय को ऊपरी लागत अथवा ऊपरी व्यय कहते हैं।
  • रेल कारखाने में ऊपरी लागत(OnCost Expenditure) व्यय को तीन भागों में बांटा गया है:-
    1. शॉप ऊपरी लागत(Shop on Cost)
    2. सामान्य ऊपरी लागत(General on Cost)
    3. प्रोफार्मा ऊपरी लागत(Proforma on Cost)
  • वैसे व्यय जिनका संबंध किसी विशेष शॉप से तो है पर वह किसी कार्य विशेष से संबंधित नहीं है, शॉप ऊपरी लागत(Shop on Cost) कहलाता है।
  • वैसे व्यय जो किसी शॉप विशेष से संबंधित न होकर पुरे कारखाने के सभी शॉप के लिए समग्र रूप से किए जाते हैं उसे सामान्य ऊपरी लागत(General on Cost) कहते है।
  • वे प्रशासनिक व्यय जिन्हें रेलवे के किए गए कार्यों में शामिल नहीं किया जाता किंतु वस्तु के वाणिज्यिक मूल्यांकन हेतु शामिल किया जाना आवश्यक है उसे प्रोफॉर्मा ऊपरी लागत(Proforma on Cost) कहते हैं।
  • प्रोफॉर्मा अधिव्यय(Proforma on Cost) के योग से कार्यशाला विनिर्माण उचंत(WMS) को नामें(Debit) एवं सार 'Z' को जमा(Credit) किया जाता है।
  • प्रोत्साहन योजना/पद्धति(Incentive System) सर्वप्रथम चितरंजन इंजन कारखाने(CLW) में दिसंबर 1954 में चालू की गई थी।
  • वैसा विलंब समय जो कार्यशाला में सेवा या संयत्र के व्यवधान(Break Down) के कारण अथवा अन्य किसी कारण से रुकावट और विलंब से उत्पन्न होता है जिसके लिए किसी कामगार को उत्तरदायी नहीं ठहराया जा सकता वैसे समय को निष्क्रिय समय(Idle Time) कहलाता है।
  • जब तक कि संबंधित कार्य के लिए रूट कार्ड(Rout Card) प्राप्त नहीं होता तब तक शॉपों द्वारा उस कार्य पर कोई व्यय नहीं किया जाता है।

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Miscellaneous (Exp)

विविध(व्यय)




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